चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ नगर निगम के दमकल विभाग में बड़ा भर्ती घोटाला सामने आया है, जिसमें 2022 में हुई 273 फायरमैन की भर्ती में भारी अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। जांच में पता चला है कि 60 से अधिक उम्मीदवारों को 10-10 लाख रुपये देकर फायरमैन की नौकरी दिलाई गई। इस गड़बड़ी में महेंद्रगढ़ और सोनीपत के बजाणा गांव के एक गिरोह की संलिप्तता पाई गई है। सूत्रों के अनुसार, यदि पूरी जांच की जाए तो फर्जी तरीके से भर्ती हुए फायरमैन की संख्या 100 के पार पहुंच सकती है।
चौंकाने वाली बात यह है कि ये फर्जी भर्ती वाले फायरमैन करीब दो साल से दमकल विभाग में नौकरी कर रहे हैं। पुलिस ने इस घोटाले को लेकर 4 मार्च 2024 को गुप्त एफआईआर दर्ज की थी, जिसके तहत सोनीपत के बजाणा गांव के दीपक, बृजेंद्र और नवीन को गिरफ्तार किया गया। ये सभी फायरमैन के रूप में सेवा दे रहे थे। जांच में पता चला कि जुलाई 2023 में एएसआई भर्ती में पकड़े गए संतोष ने पूछताछ के दौरान इस फायरमैन भर्ती घोटाले की जानकारी दी थी।
हालांकि, पुलिस की जांच अभी तक तीन गिरफ्तार आरोपियों से आगे नहीं बढ़ पाई है और परीक्षा में उनकी जगह बैठने वाले फर्जी उम्मीदवारों को भी अब तक नहीं पकड़ा जा सका है। बताया जा रहा है कि इस गिरोह में महेंद्रगढ़ के कुछ लोग भी शामिल थे, जिन्होंने फर्जी तरीके से कई उम्मीदवारों को फायरमैन बनवाया। गिरफ्तार किए गए दीपक, बृजेंद्र और नवीन ने बताया कि संतोष और सोमवीर ने उन्हें 10 लाख रुपये में भर्ती कराया था और इसी तरह कई अन्य को भी नौकरी दिलाई गई थी।